श्री गणपति अनुष्ठान, मूर्ति प्रतिष्ठा, गृह शांति, वास्तु शांति, महामृत्युंजय अनुष्ठान, कालसर्प दोष, पित्रृ दोष, मंगल भात पूजा, कुंभ विवाह, एवं समस्त मांगलिक कार्य वैदोक्त पद्धति से संपन्न कराये जाते हैं! Call Now +91 9009893690 (Acharya Pandit Pravin shukla (shastri))




WELCOME TO FAMOUS PANDIT IN UJJAIN!

जन्म कुण्डली द्वारा भविष्य दर्शन
ज्योतिष एवं कर्मकाण्ड

Acharya Pandit Pravin shukla (shastri)

हमारे बारे में

आचार्य श्री पं. प्रवीण शुक्ल (शास्त्री)
विशेषज्ञ: ज्योतिष शास्त्र ,तंत्र शास्त्र, मुहूर्त विशेषज्ञ
भाषा: हिन्दी , अंग्रेजी

  • श्री नित्यानंद गणपति महाराज की विशेष कृपा से

    आचार्य पंडित प्रवीण शुक्ल की ज्योतिष तंत्र एवं कर्मकांड में रुचि १२ की आयु से है आचार्य जी समस्त प्रकार के अनुष्ठानों को प्रयोगात्मक ज्ञान एवं सम्पूर्ण वैदिक विधि विधान कि शिक्षा आचार्य जी की प्रथम गुरु माता (स्व.श्री मती इन्द्रा देवी) समस्त विद्वान गुरु देव के पावन सानिध्य में प्राप्त हुई हैं आचार्य जी ज्योतिष में महर्षि पाणिनि संस्कृत वैदिक विश्वविद्यालय उज्जयिनी द्वारा ज्योतिष रत्न, शास्त्री, आचार्य,कि उपाधि से विभूषित हैं आचार्य जी के द्वारा सभी दोष एवं जीवन में आ रही समस्या का निवारण करते हुए १५ वर्ष से भी अधिक समय हो गया है बीते कई वर्षों से आचार्य जी अवंतिका तीर्थ उज्जयिनी में समस्त पुजन पूर्ण वैदिक पद्धति से संपन्न कराते हैं श्री गणपति अनुष्ठान,महामृत्युंजय संजीवनी अनुष्ठान, पितृ भागवत, दुर्गा सप्तशती अनुष्ठान, परमात्मा की विशेष कृपा प्राप्त हेतु कराते हैं

Shri Nityanand Ganpati Maharaj

श्री नित्यानंद गणपति महाराज

।। श्री गणपति अथर्वशीर्ष पाठ ।।

' श्री गणेशाय नम:'
ॐ भद्रं कर्णेभि शृणुयाम देवा:।
भद्रं पश्येमाक्षभिर्यजत्रा:।।
स्थिरै रंगै स्तुष्टुवां सहस्तनुभि::।

व्यशेम देवहितं यदायु:।1।
ॐ स्वस्ति न इन्द्रो वृद्धश्रवा:|
स्वस्ति न: पूषा विश्ववेदा:।
स्वस्ति न स्तार्क्ष्र्यो अरिष्ट नेमि:।।

स्वस्ति नो बृहस्पतिर्दधातु।2।
ॐ शांति:। शांति:।। शांति:।।।
ॐ नमस्ते गणपतये।
त्वमेव प्रत्यक्षं तत्वमसि।।
त्वमेव केवलं कर्त्ताऽसि।
त्वमेव केवलं धर्तासि।।
त्वमेव केवलं हर्ताऽसि।
त्वमेव सर्वं खल्विदं ब्रह्मासि।।
त्वं साक्षादत्मासि नित्यम्।
ऋतं वच्मि।। सत्यं वच्मि।।
अव त्वं मां।। अव वक्तारं।।
अव श्रोतारं। अवदातारं।।
अव धातारम अवानूचानमवशिष्यं।।
अव पश्चातात्।। अवं पुरस्तात्।।
अवोत्तरातात्।। अव दक्षिणात्तात्।
अव चोर्ध्वात्तात।। अवाधरात्तात।।
सर्वतो मां पाहिपाहि समंतात्।।3।
त्वं वाङग्मयचस्त्वं चिन्मय।
त्वं वाङग्मयचस्त्वं ब्रह्ममय:।।
त्वं सच्चिदानंदा द्वितियोऽसि।
त्वं प्रत्यक्षं ब्रह्मासि।
त्वं ज्ञानमयो विज्ञानमयोऽसि।4।
सर्व जगदि‍दं त्वत्तो जायते।
सर्व जगदिदं त्वत्तस्तिष्ठति।
सर्व जगदिदं त्वयि लयमेष्यति।।
सर्व जगदिदं त्वयि प्रत्येति।।
त्वं भूमिरापोनलोऽनिलो नभ:।।
त्वं चत्वारिवाक्पदानी।।5।।
त्वं गुणयत्रयातीत: त्वमवस्थात्रयातीत:।
त्वं देहत्रयातीत: त्वं कालत्रयातीत:।
त्वं मूलाधार स्थितोऽसि नित्यं।
त्वं शक्ति त्रयात्मक:।।
त्वां योगिनो ध्यायंति नित्यम्।
त्वं ब्रह्मा त्वं विष्णुस्त्वं रुद्रस्त्वं इन्द्रस्त्वं अग्निस्त्वं।
वायुस्त्वं सूर्यस्त्वं चंद्रमास्त्वं ब्रह्मभूर्भुव: स्वरोम्।।6।।
गणादिं पूर्वमुच्चार्य वर्णादिं तदनंतरं।। अनुस्वार: परतर:।। अर्धेन्दुलसितं।। तारेण ऋद्धं।। एतत्तव मनुस्वरूपं।। गकार: पूर्व रूपं अकारो मध्यरूपं। अनुस्वारश्चान्त्य रूपं।। बिन्दुरूत्तर रूपं।। नाद: संधानं।। संहिता संधि: सैषा गणेश विद्या।। गणक ऋषि: निचृद्रायत्रीछंद:।। ग‍णपति देवता।। ॐ गं गणपतये नम:।।7।। एकदंताय विद्महे। वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नोदंती प्रचोद्यात।। एकदंत चतुर्हस्तं पारामंकुशधारिणम्।। रदं च वरदं च हस्तै र्विभ्राणं मूषक ध्वजम्।। रक्तं लम्बोदरं शूर्पकर्णकं रक्तवाससम्।। रक्त गंधाऽनुलिप्तागं रक्तपुष्पै सुपूजितम्।।8।। भक्तानुकंपिन देवं जगत्कारणम्च्युतम्।। आविर्भूतं च सृष्टयादौ प्रकृतै: पुरुषात्परम।। एवं ध्यायति यो नित्यं स योगी योगिनांवर:।। 9।। नमो व्रातपतये नमो गणपतये।। नम: प्रथमपत्तये।। नमस्तेऽस्तु लंबोदारायैकदंताय विघ्ननाशिने शिव सुताय। श्री वरदमूर्तये नमोनम:।।10।।

चित्रमाला

अनुष्ठान व निवारण

कालसर्प दोष पूजा

Kalsarp Dosh Pooja

संपूर्ण कालसर्प दोष शांति अनुष्ठान से सभी प्रकार के कालसर्प दोषों का नाश हो जाता है।

मंगल भात पूजा

Mangalbhat Pooja

मंगल ग्रह यदि जन्मकुंडली के लग्न, चतुर्थ भाव, सप्तम भाव, अष्टम भाव, द्वादश भाव में हो तो कुंडली को मांगलिक माना जाता है।

महामृत्युंजय मंत्र जाप

Mahamrityunjay Mantra Jaap

महामृत्युंजय भगवान शिव को खुश करने का मंत्र है। इसके प्रभाव से इंसान मौत के मुंह में जाते-जाते बच जाता है।

अर्क/कुंभ विवाह

Ark/Kumbh Vivah

अर्क विवाह से लड़के अथवा लड़की के विवाह में आ रहे समस्त प्रकार के दोषो से मुक्ति प्राप्त की जा सकती है|

विधि विधान से पूजन सम्पन्न करवाने हेतु |

संपर्क करे - आचार्य श्री पं. प्रवीण शुक्ल (शास्त्री) (9009893690)

Book Now



Video

पूजन विडियो

Gallery

चित्रमाला

  • सभी
  • पूजन
  • विशेष
  • सामग्री

पूजन मंडल

पूजन मंडल

Call now

पूजन मंडल

पूजन मंडल

पूजन मंडल

पूजन मंडल

पूजन मंडल

पूजन मंडल

पूजन मंडल

whatsapp chat Call